करोड़ो फूल खिला देती है तेरी मुस्कान ,
सारे दर्द भुला देती है तेरी मुस्कान।
दुनिया के सताए जब मरने वाले होते हैं ,
तो फिर से जीना सीखा देती है तेरी मुस्कान ,
करोड़ो फूल खिला देती है तेरी मुस्कान,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
तेरे चेहरे के नूर को आँखों से पीते हैं ,
तेरी मुस्कान को देखकर ही हम जीते हैं ,
भीड़ में भी तन्हा बना देती है तेरी मुस्कान ,
करोड़ो फूल खिला देती है तेरी मुस्कान,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
जिस दिन से तेरा मुस्कुराता चेहरा नही देखा ,
हमने भी दिल से मुस्कुरा कर नही देखा ,
जिस दिन से तेरे चेहरे पर ख़ुशी नही देखी ,
हमने भी खुशीगीत गाकर नही देखा ,
पत्थर से मोम बना देती है तेरी मुस्कान ,
करोड़ो फूल खिला देती है तेरी मुस्कान।,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,मीनू तरगोत्रा
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