"" बेवफा ""
तोबा कर गए हम महोबत से जब ,
तू महोबत को कर बदनाम गया ,
कभी नाम था रौशनी की महफिलों में ,
आज अंधेरों में हो गुमनाम गया ,
कभी खास थे तेरी महोबत में हम ,
आज तू ही बना हमे आम गया ,
जब जाना तेरा प्यार था सिर्फ धोखा ,
तो मेरे दिल में मच कोहराम गया ,
नहीं होता है कुछ भी ये प्यार व्यार ,
अब दिल मेरा ये जान गया ,
था आया कभी मेरे दिल जो ,
वो " प्यार " नाम का मेहमान गया ,
तोबा कर गए हम महोबत से जब ,
तू महोबत को कर बदनाम गया , ,,
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,मीनू तरगोत्रा ,,,,,,,,,,,,,
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