घमंड
कभी घमंड था तेरे प्यार पर मुझको ,
आज वह चकनाचूर हो गया ,
कभी तुझे सोचे बिना रहता नही था दिल ,
आज तुझे भूलने को मजबूर हो गया ,
"हर सच्चा दिल आखिर टूट ही जाता है ,"
शायद ये मोहबत का दस्तूर हो गया ,
कभी चाहते थे ज़िन्दगी में बहुत कुछ हम ,
आज चाहत से दिल कोसों दूर हो गया ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,मीनू तरगोत्रा
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