आजकल भगवान बस डराने के लिए है ,
पूजा,अर्चना भी बस दिखाने के लिए है ,
बना लिया है ढोगियों ने भगवान् को व्यपार ,
50 रुपये कहीं 500 में है बिक रहा बिच बाजार ,
धर्म के ठेकेदारों ने है अपने रूल चलाये ,
ये कैसा भगवान् , भक्त को हर बात पर डराए ,
ये न किया तो पाप लगेगा ,
वो न किया , मिले नरक ,
जिसने इनकी बात न मानी ,
उनका बेडा गर्क ,
खूब बटोरे पैसा ,ले भगवान नामक हथियार ,
चींटी को हाथी कर दे ,ये "" धर्म के ठेकेदार """
मुस्लिम से ये सिख लड़ायें , हिन्दू से ईसाई ,
""तोड़ो और राज करो "" की इन्होंने रीत चलाई
इसी बात का उठा लाभ , हैं बढ़ा रहे व्यापार ,
चींटी को हाथी कर दे ये "धर्म के ठेकेदार "
भगवान् ने एक धर्म बनाया ,
दे "" इंसानियत "" नाम ,
बदली आज इंसान की नीयत ,
हो गया है बेईमान ,
इंसान ही आज मारे इंसान को ,
की इंसानियत बदनाम ,
हर धर्मो के लोगों में है , खड़ी करी दीवार ,
चींटी को हाथी कर दे ,ये "" धर्म के ठेकेदार """
ईश्वर ने ससांर बनाया जानवर और इंसान बनाया ,
बदौलत इनकी इंसान जानवर बनने को तैयार ,
चींटी को हाथी कर दे ,ये "" धर्म के ठेकेदार """
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, मीनू तरगोत्रा ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
पूजा,अर्चना भी बस दिखाने के लिए है ,
बना लिया है ढोगियों ने भगवान् को व्यपार ,
50 रुपये कहीं 500 में है बिक रहा बिच बाजार ,
धर्म के ठेकेदारों ने है अपने रूल चलाये ,
ये कैसा भगवान् , भक्त को हर बात पर डराए ,
ये न किया तो पाप लगेगा ,
वो न किया , मिले नरक ,
जिसने इनकी बात न मानी ,
उनका बेडा गर्क ,
खूब बटोरे पैसा ,ले भगवान नामक हथियार ,
चींटी को हाथी कर दे ,ये "" धर्म के ठेकेदार """
मुस्लिम से ये सिख लड़ायें , हिन्दू से ईसाई ,
""तोड़ो और राज करो "" की इन्होंने रीत चलाई
इसी बात का उठा लाभ , हैं बढ़ा रहे व्यापार ,
चींटी को हाथी कर दे ये "धर्म के ठेकेदार "
भगवान् ने एक धर्म बनाया ,
दे "" इंसानियत "" नाम ,
बदली आज इंसान की नीयत ,
हो गया है बेईमान ,
इंसान ही आज मारे इंसान को ,
की इंसानियत बदनाम ,
हर धर्मो के लोगों में है , खड़ी करी दीवार ,
चींटी को हाथी कर दे ,ये "" धर्म के ठेकेदार """
ईश्वर ने ससांर बनाया जानवर और इंसान बनाया ,
बदौलत इनकी इंसान जानवर बनने को तैयार ,
चींटी को हाथी कर दे ,ये "" धर्म के ठेकेदार """
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, मीनू तरगोत्रा ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
No comments:
Post a Comment